आज अपने क्षेत्र में मुहर्रम के पावन अवसर पर ताज़िए के जुलूस में सहभागिता का अवसर प्राप्त हुआ। बकसड़ा, भीतीहरा एवं अन्य स्थलों पर जाकर ताज़ियों में सम्मिलित हुआ और समाज के सभी वर्गों के लोगों से मुलाकात की।
मुहर्रम का यह अवसर हमें बलिदान, त्याग और सद्भाव का संदेश देता है। इमाम हुसैन की शहादत मानवता और सत्य के लिए लड़ने की प्रेरणा है। समुदाय के लोगों के साथ मिलकर शांति, एकता और भाईचारे का संदेश देना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मैं इस अवसर पर क्षेत्रवासियों की धर्मपरायणता और शांतिपूर्ण आयोजन की सराहना करता हूँ। दुआ करता हूँ कि यह मुहर्रम सभी के जीवन में अमन, चैन और आपसी सौहार्द लेकर आए।