आज अत्यंत दुःखद और भावुक क्षण में, दुर्भाग्यवश अपने बड़े भाई जी की मृत्यु के पश्चात उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने का अवसर मिला। यह क्षति अपूरणीय है और मन को गहराई तक व्यथित कर देने वाली है।
"राम नाम सत्य है" की ध्वनि के साथ हम सबने उन्हें अंतिम विदाई दी। जीवन की नश्वरता और समय की अटल गति को यह क्षण और अधिक स्पष्ट कर देता है। भाई जी की स्मृतियाँ और उनके स्नेहपूर्ण व्यवहार सदा हमारे साथ रहेंगे।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को इस कठिन समय में धैर्य एवं शक्ति प्रदान करें। इस शोक की घड़ी में हम सब एकजुट होकर प्रार्थना करते हैं