आज बिहार की जागरूक जनता अपने हक़, सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए सड़कों पर उतर आई। महँगाई, बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ यह बिहार बंद सिर्फ़ एक विरोध नहीं, बल्कि एक जन-जागरण की शुरुआत है, जो बदलाव की नींव रखेगा।
हमने भी आज ज्योति चौक पर पहुँचकर इस लोकतांत्रिक आंदोलन में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई। आमजन की आवाज़ को बुलंद करते हुए, हमने यह स्पष्ट किया कि जब तक जनता को न्याय, अवसर और गरिमा नहीं मिलेगी, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।
यह आंदोलन इस बात का प्रतीक है कि बिहार की जनता अब जाग चुकी है। अब हर नागरिक अपने अधिकारों के लिए खड़ा है, और यह एकजुटता निश्चित रूप से बदलाव की दिशा तय करेगी। संघर्ष जारी है — न्याय मिलने तक।