बगीचा उत्सव लॉन, बक्सर में “Kashish न्यूज़” द्वारा आयोजित बिहार मंथन 2.0 कार्यक्रम में सम्मिलित होकर राजपुर विधानसभा के विकास, संघर्ष और सेवा की गाथा जनता के सामने रखने का अवसर प्राप्त हुआ। इस मंच पर “5 साल बेमिसाल” पुस्तिका के माध्यम से पिछले पाँच वर्षों में किए गए कार्यों, जनता के लिए लड़ी गई लड़ाइयों और पारदर्शिता की मिसाल प्रस्तुत की गई।
मैंने अपने संबोधन में स्पष्ट कहा — “यह केवल एक पुस्तिका नहीं, बल्कि जनसेवा, संघर्ष और ईमानदारी का जीवंत दस्तावेज़ है।”
राजनीति में पारदर्शिता और जवाबदेही ही सबसे बड़ी पूँजी है, और इसी भावना के साथ जनता के बीच अपने कार्यों की समीक्षा के लिए खुला निमंत्रण दिया — “कोई भी चाहे तो मेरे कार्यों की धरातल पर जांच कर सकता है।”
धनसोई को प्रखंड का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर मैंने सात बार मुख्यमंत्री जी से गुहार लगाई, परंतु सत्ता में न होने का दर्द झेलना पड़ा। दुख इस बात का है कि जिस सरकार में राजपुर के ही पूर्व विधायक परिवहन मंत्री रहे, उस दौरान न सड़कों की दशा सुधरी, न किसानों की दिशा बदली। जनता के सपनों पर बस डामर की परत चढ़ाई गई।
फिर भी, अपने सीमित कार्यकाल में हमने विकास के ऐसे कार्य किए जिन्हें दशकों की सत्ता भी न कर सकी।
इसी मंच से मैंने राजपुर और पूरे बिहार की जनता से महागठबंधन की सरकार को चुनने की विनम्र अपील की — ताकि अधूरे वादे पूरे हों, और जनता के सपनों को नई दिशा मिले।